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IVF दवाओं के साइड-इफेक्ट्स की पहचान और निदान

IVF यानी इनविट्रोफर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया में कुछ दवाएं दी जाती हैं, ये दवाएं IVF Treatment की शुरुआत में दी जाती हैं।अधिकतर दवाओं और इंजेक्शन की आवश्यकता ovulation induction यानी एक से अधिक अंडाणु निकालने के लिए पड़ती है। 

कभी-कभी इन दवाओं के कुछ साइड -इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं ,ये लक्षण हर स्त्री में नहीं होते।परन्तु अगर आप IVF करवाने जा रहे हैं तो इन साइड-इफेक्ट्स की पहचान और उनका निदान ( side-effects of IVF medications and it’s treatment) जान लेना आवश्यक है। 

  • सर-दर्द (Headache) 

यह ज्यादातर ओव्यूलेशन इंडक्शन की दवाओंऔर इंजेक्शन के बाद होता है औरअंडाणु निकालने के समय के आस-पासअधिक हो जाता है। 

निदान – केवल बताई गई दवा का सेवन करें, कैफीन कम मात्रा में लें और आराम करें। 

  • अचानकअधिक गर्मी लगना (Hot flashes) 

अचानक ही अत्यधिक गर्मी महसूस होती है और एक गर्मी की लहर उठकर अधिक पसीना आ सकता है। 

निदान – खुले सूती कपडे पहनें, अधिक गर्मी में बाहर निकलने से बचें और ज्यादा देर तक प्यासी न रहें। 

जीमतलाना (Nausea) या उल्टी आना (Vomiting)  

उल्टी आने जैसी अनुभूति होना या उल्टी आना IVF के किसी भी चरण में हो सकता है। IVF के चरणों के बारे में जानने के लिए ये पढ़ें – IVF Steps 

निदान – अपने Joyce IVF स्पेशलिस्ट से उल्टी के लिए दवालें, निम्बूपानी, नारियल पानी का सेवन करें 

  • स्तन में हल्का दर्द (breast tenderness) 

स्तन में दर्द या हल्का दबाव डालने पर दर्द की अनुभूति हो सकती है। 

निदान– हल्के गरम पानी से सिकाई करें। 

  • पेट में गैस (Bloating)  

ओव्यूलेशन इंडक्शन के बाद, अंडाणु निकालने के बादऔर भ्रूण स्थानांतरण के बाद ये अधिक हो सकती है। 

निदान– डॉक्टर द्वारा दी गयी दवायें समय पर लें, प्रचुर मात्रा में पानी पीयें और पौष्टिक, जल्दी पचने वाला हल्का भोजन करें। 

  • स्पॉटिंग (Spotting ) 

पीरियड्स की तरह ही स्पॉटिंग में भी खून स्त्राव होता है पर स्पॉटिंग में केवल कुछ बूँद खून आता है।ये ज्यादातर अंडाणु निकालने के बाद होता है। 

निदान– अपने IVF डॉक्टर को बताएं और निर्देशों का पालन करें क्यूँकि ये सबके लिए अलग-अलग कारणों से हो सकता है।  

  • थकान और ऐंठन (Fatigue & Cramps)

इंजेक्शन के बाद और अंडाणु निकालने के बाद थोड़ी थकान और पेडू में ऐंठन होना आम है।भ्रूण को बच्चे दानी में रखने के बाद भी थकान हो सकती है। 

निदान– दी गयी दवा का सेवन करें, उस दिन आराम करें और दर्द बढ़ने पर क्लिनिक में संपर्क करें।थकानअंडाणु निकालने के 5 से 7 दिन के बाद ठीक हो जाती है।किसी भारी सामान को उठाने से बचें। 

  • पेट के पाचन में समस्या (Upset Stomach)

किसी भी प्रक्रिया के बाद कुछ महिलाओं को कब्ज की समस्या या दस्त हो सकते हैं।

निदान –सुपाच्य भोजन करें, डॉक्टर की सलाह लें और कब्ज होने पर अधिक फाइबर वाले पदार्थ जैसे फल-सब्जियों का सेवन करें। 

IVF प्रक्रिया के किसी भी चरण के बाद आराम करें, ठीक पानी पीयें, पौष्टिक भोजन करें, अत्यधिक खेल-कूदन करें, हल्का व्यायाम जैसे सैर करें, कोई भारी सामान इधर-उधर न करें, मन खुश रखें और तनाव से बचें।  

अगर आपको बुखार हो, ज्यादा ब्लीडिंग हो, सांस लेने में परेशानी हो, छाती में दर्द हो या पेट का आकार फूला हुआ लगे तो शीघ्र इस नंबर +91 9311 577 812 पर कॉल करें। 

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