IUI या Intrauterine Insemination गर्भधारण में सहायक उपचार है। इस उपचार की प्रक्रिया में IVF से कम समय और पैसा लगता है। ये प्रक्रिया IVF जितनी सफल न हो कर भी गर्भधारण में मददगार है। इस लेख में IUI के उन मह्त्वपूर्ण तथ्यों को बताया जाएगा जिसके बारे में ज्यादातर दंपत्ति अनभिज्ञ होते हैं, आइये जानते हैं की IUI आपकी संतान सुख में कैसे मदद कर सकता है।
1. IUI में भी होती है ओव्यूलेशन इंडक्शन की प्रक्रिया
स्त्री के गर्भ में एक से अधिक अंडाणु को पैदा करने के लिए IUI के पहले चरण में कुछ इंजेक्शन और दवाइयाँ दी जाती हैं। जिसके कारण गर्भ धारण के मौके और संभावना बढ़ जाती है। इससे निषेचन के समय शुक्राणु के लिए एक से अधिक अंडाणु उपलब्ध होते हैं।
2. शुक्राणु को किया जाता है संशोधित
स्त्री के गर्भ में डालने से पहले पुरुष पार्टनर से लिए गए शुक्राणु को संशोधित किया जाता है ताकि जीवाणु, बाहरी तत्व, कमज़ोर स्पर्म और निर्जीव स्पर्म को हटाया जा सके। इस प्रक्रिया से स्त्री को पेडू में दर्द की संभावना कम हो जाती है।
3. गर्भ में शुक्राणु पहुंचाने की प्रक्रिया है दर्द-रहित
एक लम्बी सुई जैसे उपकरण द्वारा शुक्राणु/स्पर्म को स्त्री के गर्भ में स्थापित कर दिया जाता है, ये प्रक्रिया दर्द-रहित होती है।
4. नहीं है एनेस्थीसिया की आवश्यकता
चूँकि ये प्रक्रिया दर्द रहित है तो मरीज को बेहोश करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
5. हॉस्पिटल में एडमिट नहीं होना पड़ता
ये प्रक्रिया केवल कुछ ही मिनटों में संपन्न हो जाती है इसलिए आप कुछ देर आराम करके घर जा सकते हैं।
6. IUI के अच्छे परिणाम के लिए सही दिनचर्या है जरूरी
आपको परिणाम के लिए 10 से 14 दिन इंतज़ार करना पड़ सकता है तो इतने दिन आपकी दिनचर्या सही होना अत्यंत आवश्यक है। धूम्रपान, शराब आदि से दूर रहें, तनाव न लें और पौष्टिक आहार लें। विस्तार से पढ़ें – Tips for Successful IUI
7. प्राकर्तिक IUI भी है विकल्प
जो स्त्रियाँ ovulation induction की प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहतीं वो अपनी प्राकर्तिक ओवुलेशन के समय पर ही शुक्राणु अपने गर्भ में स्थापित करवा सकती हैं।
8. एक से अधिक बार करवा सकते हैं IUI
एक दंपति को ज्यादातर दूसरी या तीसरी बार में ही सफलता मिलती है। डॉक्टर इसे 5 बार से अधिक करवाने की सलाह नहीं देते, सफल न होने पर IVF ही एकमात्र विकल्प है।
9. इन समस्याओँ में भी कारगर है IUI
कुछ बीमारियों के बावजूद IUI सफल हो सकता है, जैसे endometriosis, male subfertility, unexplained infertility, anti-sperm antibodies in cervix, sperm protein allergy आदि। अगर आप इनमें से किसी बिमारी से ग्रसित हैं तो भी IUI की प्रक्रिया सफल हो सकती है।
10. कम खर्चीला है ये इलाज़
IVF के मुकाबले IUI बेहद सस्ता है, इसीलिये इसे एक से अधिक बार आसानी से करवाया जा सकता है और इसका ज्यादातर हिस्सा प्राकर्तिक है।
इस इलाज़ में न ही अंडाणु को निकालना पड़ता है और न ही भ्रूण को लैब में बनाया जाता है। वो दंपत्ति जो एक प्राकर्तिक इलाज़ खोज रहे हैं और IVF नहीं करवाना चाहते उनके लिए IUI एक बेहतरीन इलाज़ है जो कितने ही लोगों को संतान सुख दे चुका है। अधिक जानकारी के लिए आज ही कॉल करें Joyce IVF सेंटर +91 9311 577 812